Wednesday, May 18, 2016

अखिल भारतीय रैगर महासभा के युवा महासम्मेलन सम्पन्न

स्वतन्त्र संवाददाता : रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया
जयपुर, कोई भी सम्मलेन समाज का दर्पण होता है।  समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सम्मलेन की भूमिका बहुत महतवपूर्ण होती है l किसी भी सम्मलेन का मुख्य उद्देश्य सामाजिक सद्‌भावना को बढाना होता है l 35 लाख रैगर समाज की आबादी और 33 जिलो का प्रान्त राजस्थान की राजधानी ह्रदय स्थल गुलाबी नगरी जयपुर में अखिल भारतीय रैगर महासभा (पंजीकृत) युवा प्रकोष्‍ठ के तत्‍वाधान में सांगानेर स्‍टेडियम, जयपुर में 6 मार्च 2016 – रविवार को युवा महासम्‍मेलन सीमित समाज के जन समूह के साथ शांतिपूर्ण सम्पन्न l
सम्‍मेलन के मुख्‍य अतिथि माननीय श्री विकेश खोलिया (उपाध्‍यक्ष अनुसूचितजाति आयोग राजस्‍थान सरकार) थे, कार्यक्रम की अध्‍यक्षता अखिल भारतीय रैगर महासभा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष श्रीमान बी.एल. नवल द्वारा की गईl सम्‍मेलन के मुख्‍य वक्‍ता रामचन्‍द्र सुनारीवाल (विधायक डग) थे l मंच पर विशिष्ठ अतिथियों में पूर्व विधायक दौसा भुधरमल वर्मा, पर्व विधायक केकड़ी बाबूलाल सिंघाडिया, महासभा वरिष्‍ठ उपाध्‍यक्ष सुधा जाजोरिया, उपाध्‍यक्ष महासभा अशोक तौणगरिया, पूर्व आई.पी.एस. पी.एन. रछौया, पूर्व न्‍यायाधिश पी.एम. जलुथरिया, प्रधान आयुक्‍त कस्‍टम सी.एम. चांदोलिया, जिला प्रमुख अजमेर वंदना नोगिया, राजस्‍थान प्रदेश अध्‍यक्ष डॉ. एस.के. मोहनपुरिया, अध्‍यक्ष रैगर छात्रावास प्रबंधन समिति जयपुर रामकिशौर रैगर, पूर्व महापोर अजमेर कमल बोकोलिया, प्रदेश अध्‍यक्ष दिल्‍ली नेतराम पिंगोलिया, प्रदेश अध्‍यक्ष मध्‍य प्रदेश सुरजमल बोकोलिया, प्रदेश अध्‍यक्ष मध्‍य प्रदेश युवा प्रकोष्‍ठ ब्रजेश हंजावलिया, प्रदेश अध्‍यक्ष दिल्‍ली युवा प्रकोष्‍ठ प्रवीण कुर्डिया, चुनाव अधिकारी रैगर महासभा धन्‍नालाल शेरावात, पार्षद नगर निगम जयपुर कमलेश कांसोटिया आदि मंच पर मौजूद थे । मुख्‍य मंच के दाए बाए एक-एक मंच और बनाया गया जिन पर बाएं मंच पर महासभा के राष्‍ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्‍यों को मंचासिन किया गया व दाए मंच पर युवा प्रकोष्‍ठ के राष्‍ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्‍यों को मंचासिन किया गया ।
युवा महासम्मेलन की शुरूआत मुख्‍य अतिथि माननीय श्री विकेश खोलिया (उपाध्‍यक्ष अनुसूचितजाति आयोग राजस्‍थान सरकार) द्वारा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्‍बेडकर की प्रतिमा पर माल्‍यार्पण व दीप प्रज्वलित कर की गई । तत्‍पश्‍चात् महासभा विधान के अनुसार राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बी.एल. नवल द्वारा महासभा के ध्‍वज के ध्‍वजारोहण कर सम्‍मेलन का शुभारम्भ किया गया । सम्मलेन के मुख्‍य अतिथि विकेश खोलिया जी का स्‍वागत महासभा युवा प्रकोष्‍ठ के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष शंकर लाल नारोलिया ने फुल माला व साफा बंधवाकर किया, तथा अन्य मंच पर आसिन समस्‍त मुख्‍य अतिथियों का स्‍वागत पुष्‍पाहार व साफा बंधवाकर किया गया ।
श्री भूधरलाल वर्मा (पूर्व विधायक दौसा) ने सम्मलेन को सम्‍बोधित करते हुए 1944 के प्रथम महासम्‍मेलन दौसा के समय गाये गये गीत को गुनगुनाकर समाज को पुरानी यादों से रूबरू करवाया । समाज के वरिष्‍ठ जनों को सलाह देते हुए कहा की आज हमें युवाओं सही दिशा, सलाह व मार्ग दर्शन करने की जरूरत है । लड़के व लड़की के भेदभाव को खत्‍म कर एक समान शिक्षा देने की आवश्‍यकता है, नुक्‍ता न तो करे और नहीं खाये तो हमे समाज की कुरितियों को मिटाना है तभी विकास सम्‍भव हो पायेगा । किसी भी चुनाव में एक जगह से एक ही रैगर चुनाव लड़े व उसे पूरा समाज समर्थन करे यह सुनिश्चित करना चाहिए ताकि समाजिक एकता का परिचय अन्‍य समाजों को हम दे सके व अंत में मुल मंत्र देते हुए कहा कि दहेज, नुक्‍ता प्रथा को दुर कर शिक्षा को बढ़ावा देवें ।
श्री पी.एम. जलुथरिया (पूर्व न्‍यायाधिश) ने अखिल भारतीय रैगर महासभा के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया की आज का युवा, समाज को नई दिशा देने के लिए तत्‍पर है, लेकिन उसकी समाज में अनदेखी होती है । समाज के युवाओं को नई दिशा देने हेतु 1966 में महासभा का रजिस्‍ट्रेशन कराया  गया जिसमें महासभा के कार्यो को संचालित करने के लिए विधान तैयार हुआ l समाज में समाजिक रितिरिवाजों जैसे जन्‍म मरण में कई कुरीतियों पर बहुत पैसा खर्च किया जाता है तो समाज गरीबी से केसे उठेगाहमे उन रितिरिवाजों को बंद कर उस राशि को शिक्षा में खर्च करने की आवश्‍यकता है ताकि समाज को उन्‍नति के शिखर तक ले जाया जा सके व बाबा साहेब के मार्ग पर चले ।
श्रीमती सुधा जाजोरिया (राष्‍ट्रीय वरिष्‍ठ उपाध्‍यक्ष महासभा) ने अपने संबोधन में कहा कि समाज की महिलाओ का आदर करना चाहिए व उन्‍हे शिक्षित करने व संगठन में जोड़ने की दिशा में कार्ययोजना बनाने की जरूरत है । जब महिलाओ का विकास होगा तभी रैगर समाज का विकास संभव है l
श्री बाबु लाल सिंघाडिया (पूर्व विधायक केकड़ी) ने इस महासम्‍मेलन के माध्‍यम से समाज के युवाओं ने नई शुरूआत बताया और कहा कि हमे युवा समाज की समस्‍याओं पर चिंतन व मनन करने की जरूरत है तथा समाज की बड़ी छोटी अनेक समास्‍याओं के समाधान हेतु राजनीति में भागीदारी आवश्‍यक है । राज्‍य सभा में रैगर समाज के व्‍यक्ति का प्रतिनिधित्‍व होना चाहिए व साथ ही यह भी बताया की राजस्‍थान में अन्‍य अनुसूचित जाति की तुलना में रैगर समाज की संख्‍या सबसे ज्‍यादा है ओर हमे हमारी बाहुलता का हर क्षेत्र में इसका फायदा लेना चाहिए । आज की परिस्तियों को देखते हुए हमे आरक्षण को बचाने के लिए भी लड़ाई लड़ना चाहिए ।
श्री पी.एन. रछौया (पूर्व आई.पी.एस.) ने सम्मलेन में कहा कि समाज की एकता और अखण्‍डता को बनाए रखने के लिए सबसे पहले हमे अपने बाप को बाप कहना सीखना चाहिए l आज समाज में लोग अपने मूल गोत्र की जगह वर्मा, आर्य व संशोधित गौत्र लगा रहे जो समाजहित में नहीं है उन्हें अपना मूल गौत्र लगाना चाहिए, अगर जो व्‍यक्ति गौत्र बदलेगा उसे रैगर कहलाने का हक नहीं है व उसे महासभा के इस मंच पर भी बैठने का अधिकार नहीं है l समाज को आज अपने स्‍वर्णिम इतिहास को जानने की आवश्‍यकता है । महासभा के माध्‍यम से अन्‍य राज्‍यों में जैसे उत्‍तर प्रदेश, गुजरात व महाराष्‍ट्र जहां पर रैगर समाज को अनुसूचित जाति में नहीं लिया जाता है उसके लिए लड़ाई लड़ने की आवश्‍यकता है और जो लोग राज्‍य सभा में आरक्षण की मांग कर रहे उन्हें जानकारी होनी चाहिए कि राज्‍य सभा में अनुसूचित जातियों के आरक्षण हेतु कोई वैधानिक प्रावधान नहीं है । शिक्षा पर बोलते हुए आधुनिक शिक्षा पर जोर दिया l महासभा के मुद्दों पर बोलते हुए बताया कि भाई आप लोगो के पास समाज विकास का मुद्दा 1944 में भी था और 1964 मे भी रहा और आज 2016 में भी है आपकी महासभा ने पिछले 72 वर्षो में समाज का क्या विकास किया l महासभा के सम्मलेन में केवल पी.एन. रछौया के क्रांतिकारी भाषण को ही मौजूद युवाओ ने तरजीह दी l
कु. वंदना नोगिया (जिला प्रमुख अजमेर) ने सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी समाज के वरिष्‍ठ लोगो और मातृ शक्ति से अपील है कि वो अपनी बेटियों को आगे बढ़ाने में पारिवारिक सहयोग प्रदान करें व साथ ही महिलाओं को संगठन में भागीदारी देकर उन्‍हें भी समाज सेवा करने हेतु आगे लाने की जरुरत है ।
श्री कमल बोकोलिया (पूर्व महापौर अजमेर) ने 1984 के महासम्‍मेलन के संयोजक स्‍व. धर्मदास शास्‍त्री को याद करते हुए कहा कि आज हमारे समाज को शास्‍त्री जी जैसे कर्मठ राजनेताओं की आवश्‍यकता है जो समाज की सेवा निस्‍वार्थ व निष्‍पक्ष भाव से कर, रैगर समाज को पुन: उचाईयों के शिखर त‍क ले जा सके ।
श्री अशोक तौणगरिया ने कहा कि महासभा के विकास की गति तभी बढ़ेगी जब आप लोगों का पूर्ण रूप से समर्थन मिलेगा हमारे विकास कार्यों में पूर्ण रूप से सहयोग प्रदान कर हमे सबलता प्रदान करे ।
श्री रविन्‍द्र नारोलिया सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा इस महासम्‍मेलन में आर्थिक सहयोग प्रदान करने लिए समाज के दान दाताओं का धन्‍यवाद दिया व हर वर्ष महासम्‍मेलन आयोजित करने हेतु उपस्थित समाज जनों से सहयोग व समर्थन मांगा ।
श्री शंकर लाल नारोलिया (राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष युवा प्रकोष्‍ठ) ने कहा कि  हमारी संख्‍या बल के आधार पर हमें आरक्षण मिलना चाहिए । महिला शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए क्‍योंकि एक शिक्षित महिला दो परिवारों को शिक्षित करती है पीहर व ससुराल, शिक्षा रह ताले की चाबी है । समाज से दहेज प्रथा पूर्ण रूप से समाप्‍त होनी चाहिए ताकि बेटियों के माता पिता की जमीन जायदात नहीं बिके ।
श्री रामचन्‍द्र सुनारीवाल (विधायक डग) ने सम्मलेन को संबोधित किया कि  इस महासम्‍मेलन के द्वारा ऐसा प्रतित हो रहा है कि समाज में आज इन क्रांति का बीज बोया जा रहा है । समाज के प्रत्‍येक व्‍यक्ति को समाज के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करना चाहिए, समाज में टांग खिंचाई खत्‍म होना चाहिए अगर कोई समाज के विकास के लिए कार्य करता है तो उसका पूर्ण रूप से समर्थन करना चाहिए । रैगर समाज पहले से न्‍याय प्रक्रिया में अग्रणी रहा है दूध का दूध व पानी का पानी करना समाज का इतिहास रहा है हमे हमारी इस धरोहर को सही दिशा में उपयोग में लाना चाहिए । बड़े पदों पर बेठे अधिकारियों के समाज के अन्‍य लोगों पर धयान लगाने की आवश्‍यकता है आज के इस आधुनिक युग में हमे समाज के लोगों को आपस में जोड़ने की दिशा में कार्य करने की रूप रेखा बनाना चाहिए व नव युवकों को इस टेक्‍नालोजि का उपयोग कर एक मिसाल पेश करने की आवश्‍यकता है व समाज के समस्‍त संगठनों को एक मंच के नीचे आना चाहिए साथ ही समस्‍त उपस्थित समाज बंधु प्रण लेवें कि रैगर समाज के नेता को ही वोट देवें ।
श्री विकेश जी खोलिया (उपाध्‍यक्ष अनुसूचितजाति आयोग राजस्‍थान सरकार) ) ने सम्मलेन को संबोधित किया कि  सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि समाज के लोगों को अनुसूचित जाति की योजनाओं के बारे में जानकारी रख कर उनका लाभ लेना चाहिए । समाज को एकता का परिचय देते हुए समाज के प्रतिनिधियों का समर्थन करना चाहिए व समय-समय पर ऐसे प्रायोजन होने चाहिए ताकि समाज में चेतना की जोत हमेशा जली रहे । समाज की विभिन्‍न क्षेत्रों की प्रतिभाओं का सम्‍मान करना चाहिए । आपसी मतभेद भुलाकर समाज को संगठित होकर आगे बढ़ने की आवश्‍यकता है गरीब बच्‍चों को पढ़ाने व आगे बढ़ाने में पूर्ण रूप से आर्थिक सहयोग देने की आवश्‍यकता है ।
श्री बी.एल. नवल (राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष) ) ने सम्मलेन को संबोधित किया कि  महासभा और हमारा समाज आज के इस आधुनिक युग में पीछे नहीं है हमारे समाज की महासभा की वेबसाईट के उपयोग करके आप महासभा की प्रत्‍येक जानकारी के बारे में पता लगा सकते है । आने वाले दो वर्षों के सभी जिलों में जिलाकार्यकारिणी के माध्‍यम से रैगर समाज की विस्‍तृत पारिवारिक जनगणना कर पूरे भारत में निवासरत रैगर समाज का डाटा इक्‍ट्ठा किया जायेगा, आपको यह जानकारी देते हुए मुझे खुशी हो रही हे कि अभी इस जनगणना को प्रथम चरण के रूप में मध्‍य प्रदेश की युवा प्रकोष्‍ठ कार्यकारिणी के द्वारा प्रारम्‍भ कर दिया गया है व इसी प्राजेक्‍ट को राष्‍ट्रीय स्‍तर पर भी जल्‍द ही प्रारम्‍भ किया जायेगा । महासभा के द्वारा पूरे समाज से अपील की गई है कि वे अपने मूल गौत्र को अपने नाम के साथ लिखे व समाज भविष्‍य में स्‍कुल में अपने बच्‍चों का नाम लिखते समय इस बात का ध्‍यान रखे । बेटी पढ़ाएंगे व बेटी बचाऐंगे का नारा दिया । 2018 में होने वाले चुनावों को देखते हुए, 2017 में जयपुर में एक महासम्‍मेलन आयोजित किये जाने हेतु सभा में उपस्थित समाज बंधुओं से समर्थन व सहयोग की अपील की गई, साथ ही समाज हित में महासभा के द्वारा निर्णय लिये गये जिन्‍हे मंच के द्वारा सभी के सामने रखा गया व सभी उपस्थित समाज बंधुओं की सहमती से लागू किया गया – 1. नुक्‍ता प्रथा में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में मिठा पूर्ण रूप से बंद हो व कपड़ों अर्थात पेरावणी को प्रतिबंधित किया जाता है व साथ ही ना कोई व्‍यक्ति नुक्‍ता प्रथा में ना सहयोग करेगा ना ही भाग लेगा इसकी शपथ खड़े होकर दिलवाई गई । 2. दहेज लेना व देना दोनों पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाता है । 3. डी.जे. बजाना पूर्ण रूप से बंद किया जाता है । 4. सभी प्रकार के नशे को सामाजिक कार्यक्रमों में पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाता है । 5. किसी भी प्रकार के सामाजिक कार्यक्रमों जैसे शादि सगाई आदि में व्‍यर्थ खर्च पर लगाम लगाई जाये ।
राजस्‍थान के प्रदेश अध्‍यक्ष (युवा प्रकोष्‍ठ) ने पधारे समस्‍त समाज बंधुओं को आभार व्‍यक्‍त किया व अंत में समस्‍त कार्यकताओं व मुख्‍य अतिथियों को कार्यक्रम के मोमेंटो मंच से सम्‍मान पुर्वक वितरित किये गए । इस कार्यक्रम के पश्‍चात महासभा की प्रतिनिधि मंडल की बेठक आयोजित की गई जिसमें 13 दिसम्‍बर को राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए संविधान प्रस्‍ताव के बिन्‍दुओं पर सभी से हाथ उठाकर समर्थन मांगा गया । सम्‍मेलन में कुल मिलाकर यह निष्‍कर्ष निकला की सभी ने महिला शिक्षा व संगठन से जोड़ने पर जोर दिया व समाज की एकता अखण्‍डता को बनाए रखने हेतु आवश्‍यक कदम उठाना व समाज में व्‍याप्‍त कुरितियों को पूर्ण रूप से खत्‍म करेने की अपील की गई ।
कोई भी सम्मलेन समाज का दर्पण होता है।  सम्मलेन के माध्यम से समाज के प्रबुद्ध लोगो से समाज के बदलाव के लिए सकारात्मक और नकारत्मक विचार आये वे समाज की अमूल्य धरोहर होती हैं । वे हमें प्रेरित करते हैं, हमारा मार्गदर्शन करते हैं और किन्ही अर्थों में इतिहास को बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। इसलिए हमे उनका निष्पक्ष विवेचनात्मक और तुलनात्मक अध्ययन करना चाहिए l
सम्मेलन की संख्याबल पर श्री लोकेश सोनवाल जी (SSP) ने 5 निम्नलिखित सवाल उठाये :-
1. नगर निगम से स्टेडियम की क्षमता ले लो l
2. आपने कितना टेंट लगाया उसमें कितने आदमी बैठ सकते है और कितने बैंठे l
3. पुलिस एेसे आयोजन की रिपोर्ट सरकार को भेजती है वह रिपोर्ट देख लो l
4. आपके फ़ोटोग्राफ़ से आदमियों की गिनती हो सकती है l
5. मैंने माननीय शेरावत जी को मौक़े पर आदमी गिनवा दिए थे उनसे जानकारी ले लो ।
कहते है कि आइना कभी झूँठ नहीं बोलता , आप अपने फ़ोटोग्राफ़ को आईना समझो और इन सब के साक्ष्य मेरे पास है आप मुझसे सम्पर्क कर समस्त जानकारी ले सकते है ।
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09 March 2016 - अखिल भारतीय रैगर महासभा (पंजीकृत) युवा प्रकोष्‍ठ के तत्‍वाधान में सांगानेर स्‍टेडियम, जयपुर में 6 मार्च 2016 – रविवार को युवा महासम्‍मेलन का आयोजन किया गया । इस महासम्‍मेलन में देश भर के रैगर समाज के युवाओं ने भाग लेकर समाज की एकता एवं अखण्‍डता का परिचय दिया । सम्‍मेलन के मुख्‍य अतिथि माननीय श्री विकेश खोलिया (उपाध्‍यक्ष अनुसूचितजाति आयोग राजस्‍थान सरकार) थे, कार्यक्रम की अध्‍यक्षता अखिल भारतीय रैगर महासभा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष श्रीमान बी.एल. नवल द्वारा की गई सम्‍मेलन के मुख्‍य वक्‍ता रामचन्‍द्र सुनारीवाल (विधायक डग) थे व मांचासिन अतिथियों में पूर्व विधायक दौसा भुधरमल वर्मा, पर्व विधायक केकड़ी बाबूलाल सिंघाडिया, महासभा वरिष्‍ठ उपाध्‍यक्ष सुधा जाजोरिया, उपाध्‍यक्ष महासभा अशोक तौणगरिया, पूर्व आई.पी.एस. पी.एन. रछौया, पूर्व न्‍यायाधिश देव बक्‍स रैगर व पी.एम. जलुथरिया, प्रधान आयुक्‍त कस्‍टम सी.एम. चांदोलिया, जिला प्रमुख अजमेर वंदना नोगिया, राजस्‍थान प्रदेश अध्‍यक्ष डॉ. एस.के. मोहनपुरिया, अध्‍यक्ष रैगर छात्रावास प्रबंधन समिति जयपुर रामकिशौर रैगर, श्री शम्‍भू दयाल चांदोलिया- विराट नगर, नगरपालिका चेयरमेन सुश्री इन्दिरा खोरवाल, पूर्व महापोर अजमेर कमल बोकोलिया, प्रदेश अध्‍यक्ष दिल्‍ली नेतराम पिंगोलिया, प्रदेश अध्‍यक्ष मध्‍य प्रदेश सुरजमल बोकोलिया, प्रदेश अध्‍यक्ष मध्‍य प्रदेश युवा प्रकोष्‍ठ ब्रजेश हंजावलिया, प्रदेश अध्‍यक्ष दिल्‍ली युवा प्रकोष्‍ठ प्रवीण कुर्डिया, चुनाव अधिकारी रैगर महासभा धन्‍नालाल शेरावात, पार्षद नगर निगम जयपुर कमलेश कांसोटिया आदि ने मंच की शोभा बढाई । मुख्‍य मंच के दाए बाए एक-एक मंच और बनाया गया एवं बाएं मंच पर महासभा के राष्‍ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्‍यों को मंचासिन किया गया व दाए मंच पर युवा प्रकोष्‍ठ के राष्‍ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्‍यों को मंचासिन किया गया । 
कार्यक्रम की शुरूआत मंचासिन अतिथियों द्वारा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्‍बेडकर की प्रतिमा पर माल्‍यार्पण व दिप जला कर की गई । तत्‍पश्‍चात् महासभा विधान के अनुसार राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष द्वारा महासभा के ध्‍वज के ध्‍वजारोहण कर सम्‍मेलन का आगाज किया गया ।

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