Wednesday, May 18, 2016

रैगर समाज के मेधावी छात्र/छात्राओ को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने हेतु स्टेशनरी वितरण के कार्यक्रम का आयोजन

स्वतन्त्र संवाददाता : रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया
दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत (पंजी०) के तत्वाधान में रैगर समाज के कक्षा छठी से लेकर ग्यारहवीं कक्षा में पढने वाले मेधावी छात्र/छात्राओ को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने हेतु गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी स्टेशनरी वितरण कार्यक्रम रविवार दिनांक 01 मई 2016 को रैगर चौपाल,  देव नगर,  करौल बाग, नई दिल्ली में आयोजित किया गया l दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत (पंजी०) 1943 से आज तक समाज के शैक्षिक, आर्थिक, सांस्कृतिक व सामाजिक विकास के कार्यों में जुटी है l रैगर समाज के समस्त प्राचीन महापुरुषों ने अपने-अपने चरित्र से हमे अपने जीवन में कुछ ना कुछ सीखने की शिक्षा प्रदान की है। उन महापुरुषों ने अपने उपदेशो में कहा है कि आप स्वयं तो श्रेष्ठ बनो,  साथ में समाज के सभी प्राणियों को भी शिक्षित व श्रेष्ठ बनाओ और एक दुसरे को सहयोग करो, यह एक पुण्य का कार्य है l सामाजिक आध्यात्मिक दृष्टिकोण भी हमें यही सिखाता है कि जितना हमने इस समाज से ग्रहण किया है मृत्यु से पहले उससे अधिक इस समाज को देकर जाएं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय श्री सुरेन्द्र पाल रातावाल पूर्व मंत्री दिल्ली सरकार, श्री योगेन्द्र चांदोलिया पूर्व महापौर व श्री मदन खोरवाल कांग्रेस अध्यक्ष जिला करोलबाग थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री बाल किशन सौन्करिया उपप्रधान दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत (पंजी०) द्वारा की गई । विशिष्ट अतिथि के तौर पर श्री अनिल कुमार अकरनिया कमांडेंट ITBP, श्री धर्मपाल अटल पूर्व निगम पार्षद, श्री हीरालाल खटूमरिया पूर्व महासचिव अखिल भारतीय रैगर महासभा, श्री जगदीश दोतानिया अध्यक्ष दिल्ली प्रांतीय मंदिर प्रबंधक कमेटी(पंजी०), श्री कन्हैया लाल सिवाल संरक्षक दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत (पंजी०) थे l
समाज के गणमान्य लोगो, मेधावी छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों से खचाखच भरें रैगर चौपाल के प्रांगण में कार्यक्रम की शुरूआत समाज के र्म गुरू स्‍वामी ज्ञानस्वरूप जी महाराज व आत्माराम जी लक्ष्य की प्रतिमाओं पर अतिथियों द्वारा पुष्प अर्पित करके दीप प्रज्वलित किया । कार्यक्रम के अनुसार मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि व दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत के सदस्यों ने दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रो से आये छठी से लेकर ग्यारहवीं के 175 प्रतिभाशाली छात्र व छात्राओ को स्टेशनरी वितरित की ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुरेन्द्र पाल रातावाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि सभी मेधावी छात्र/छात्राओं को मेरी ओर से हार्द्धिक शुभकामना l आप सभी बच्चो को भविष्य में सफल बनने के लिए आदर्श शिक्षा और संस्कारित रास्ते पर जाने की जरुरत है। सही दिशा के बिना आप एक अच्छा जीवन जीना खो सकते हैं। बच्चों के अभिभावकों को जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों की शिक्षा पर जोर दे और समाज की एकता और पंचायत की समाजोपयोगी गतिविधियों में सहयोग करें l
इस अवसर पर मुख्य अतिथि योगेन्द्र चांदोलिया ने समाज को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चो को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने से बढ़ कर समाज में कोई अच्छा कार्य नहीं हो सकता। बच्चे समाज का भविष्य हैं तथा उन्हें मन लगाकर पढ़ना चाहियेसमाज का हर बच्चा शिक्षित होगा तो समाज में आचरण और संस्कारों की बहुलता होगी और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सकेगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि whatsapp पर एक घनश्याम रैगर की सहायता हेतु खबर चल रही है उसके लिए हमारी संस्था स्वामी आत्माराम जन्मोत्सव समिति की ओर से इलाज के लिये आर्थिक सहायता देने की घोषणा करती है l जिससे समाज को विकास के मुख्यधारा में लाने के लिए सहयोग मिलेगा । 
मुख्य अतिथि मदन खोरवाल ने कहा कि मुझे बड़ी खुशी हुई है कि आज पंचायत के कार्यक्रम में इतने लोगों ने शिरक्कत कर समाज की पंचायत के आयोजित कार्यक्रम को सफल साबित किया पंचायत बच्चों की शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने को लेकर अभियान चला रही है, ताकि वह अपना भविष्य बेहतर बना सकें और देश के सच्चे नागरिक बन सकें।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनिल कुमार अकरनिया ने अपने सम्बोधन में कहा कि सभी मेधावी छात्र/छात्राओं को मेरी ओर से हार्द्धिक शुभकामना l समाज के सभी छात्र/छात्राओं को शिक्षा के क्षेत्र में विकास का अपना लक्ष्य बनाकर रखना चाहिए l  अगर समाज की संस्थाएँ सही से और सच मे ही समाज की सेवा करने की कोशिश करे तो ज़रूर कुछ हो सकता है क्योंकि बूँद बूँद से ही सागर बनता है , लेकिन कुछ लालची लोग अपने निजी स्वार्थों के कारण समाजिक पदों पर चिपके रहते है और समाज का अहित करने से भी नही चूकते l
कृषण कुमार सिवाल ने बच्चो को संबोधित करते हुये कहा की विद्यार्थी जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण अर्थ होता है अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये जी तोड़ मेहनत और मन लगा कर पढाई करना | विद्या ही एक मात्र वो जादू है जिससे कोई भी बच्चा जो चाहे वो सुख प्राप्त कर सकता है और अपनी तकदीर की तस्वीर को भी बदल सकता है | उन्होने कहा की आप सभी बच्चे पढ लिखकर उच्च अधिकारी बन सकते है l बच्चों की शिक्षा की प्रगति और कल्याण के लिए समाज के सामर्थ लोगो को स्वेच्छा से आगे आकर मदद करनी चाहिये, क्योंकि वो ही भविष्य में विकसित समाज का निर्माण करेंगे।

कार्यक्रम के मंच का संचालन संयुक्त रूप से प्रदीप चांदोलिया व पंडित जितेन्द्र कुरडिया द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम में भोजन की व्यवस्था श्री त्रिभुवन जलुथरिया की ओर से किया गया था l 

वर्ष
अंक
दिनांक
पृष्ठ
1
18
16-31 मई 2016
1-4















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