Monday, August 14, 2017

रैगर विधवा महिला को डायन बताकर दी गई अमानवीय यातनाओ से हुई मौत, आरोपी गिरफ्तार



दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (खुशहाल चन्द बड़ोलिया) । हमारे देश को आजाद हुए 70 वर्ष होने को हैं और हम इक्कीसवीं सदी में जी रहे हैं। देश के अनेकों सर्वोच्च पदों को महिलाएं सुशोभित कर रही हैं किंतु महिलाओं पर अत्याचार वाली कुप्रथाएं बदस्तूर जारी हैं, जैसे डायन प्रथा । डायन प्रथा की आड़ में कई संगीन अपराधों को अंजाम देना हमारे समाज में आम बात है। भारत के गांवों में आज भी अंधविश्वास और रूढि़वादिता का बोलबाला है। गांवों तथा छोटे कस्बों में अभी भी तांत्रिक, ओझा, भोपा, गुनिया तथा रसूखदार लोग अपने मतलब के लिए किसी महिला को कथित तौर पर डायन, डाकन, डकनी, टोनही आदि घोषित कर देते हैं। विडंबना यह है कि अगर किसी महिला को डायन बता दिया जाता है तो अक्सर उसके परिवार वाले, नाते-रिश्तेदार भी सामाजिक दबाव से उसका बहिष्कार कर देते हैं।
राजस्थान के अजमेर जिले के केकड़ी थानाक्षेत्र में डायन बताकर प्रताड़ित करने का एक मामला सामने आया है। जहां 40 वर्षीय कन्या देवी रैगर पत्नी स्वर्गीय छितरमल रैगर निवासी कादेड़ा को डायन बताकर जानवरों की तरह मारा-पीटा व अमानवीय दर्दनाक यातनायें देकर उसकी नृशंस हत्या कर दी गई । हत्या कर के बाद में घटना पर पर्दा डालने के लिए आनन-फानन में उन्हीं लोगों ने उसका अन्तिम संस्कार बिना बताए कर दिया गया । शिकायत मिलने पर पुलिस ने 8 अगस्त को मामले की विभिन्न धाराओ के अंतर्गत शिकायत दर्ज कर कारवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना 2 अगस्त की रात की है। मृतका के 15 साल के बेटे कालूराम ने बताया कि रात के 11 बजे थे। हम आंगन में सो रहे थे। तभी वो लोग आए और मां को चोटी पकड़कर घसीटने लगे। मां चिल्लाई तो लोहे की चेन से मारना शुरू कर दिया। कहा चलानिया भैरूजी का भाव आया है, तू डाकन (डायन) है। मैं रोने लगा तो मुझे एक कमरे में बंद कर दिया। मां चीखती रही। कभी हाथों में अंगारे रख दिए, कभी आग पर बिठा दिया। मैं चाहता हूं कि मेरी मां को मारने वाले लोगों को कड़ी सजा मिले।
शाहपुरा निवासी और मृतका के रिश्तेदार महादेव रैगर ने चाइल्ड लाइन अजमेर को सूचित कर पूरे मामले से अवगत कराते हुए बताया कि मृतक महिला के बेटे के साथ भी कोई वारदात हो सकती है। उसके बाद चाइल्डलाइन द्वारा पुलिस थाना केकडी में महादेव रैगर के नाम से एक रिपोर्ट दी गई।
मृतका के रिश्तेदार महादेव रैगर के अनुसार हाल ही में कन्यादेवी के पति की मौत हुई थी, उसके पति की मौत क्या हुई, परिवार के लोग ही जान के दुश्मन बन गए। उसे डायन बता दिया। फिर शुरू हुआ अमानवीय यातनाओं का दौर। ये लोग डायन बताकर पहले तो कन्या देवी के साथ झाड़-फूंक करते रहे, फिर अमानवीय यातनाएं देने लगे। घटना के दौरान महिला के बेटे और उसके परिवार के अन्य सदस्यों को कमरे में कैद कर दिया गया था। दूसरी ओर, कन्या देवी के रिश्तेदार महादेव रैगर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने भी मामले में बहुत धीमे कार्रवाई की है। ऐसे संवेदनशील मामले में भी पुलिस की लापरवाही एक प्रश्न वाचक चिन्ह खड़ा करती है । क्या पुलिस का खुफिया तंत्र या सूचना विभाग इतना कमजोर है कि क्षेत्र में इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद भी पुलिस को इसकी जानकारी नहीं मिली । यह बेहद ही सोचनीय विषय है ।
अजमेर पुलिस के एसपी राजेंद्र सिंह ने कहा, “महिला को बहुत बरी तरह प्रताड़ित किया गया था। आरोपियों ने महिला को जलाने, मारने, मल खिलाने की बात को कुबूल लिया है। मामले में 6 आरोपी हैं जिनमें से 5 के खिलाफ हत्या और राजस्थान डायन प्रताड़ना निवारण ऐक्ट, 2015(Rajasthan Prevention of Witch Hunting Act) के तहत मामला दर्ज किया गया है।आरोपियों में कन्या देवी की भतिजी पिंकी, भतीजा महावीर और पड़ोसी सोनिया का भी नाम है।
कार्यकर्ता तारा आहलूवालिया ने कहा कि इस मामले में हत्या की वजह संपत्ति विवाद हो सकता है क्योंकि हाली ही में कन्या देवी के पति की मृत्यु हो गई थी और उसके रिश्तेदारों ने उसकी जमीन कब्जाने के लिए उसकी डायन बताकर हत्या कर दी। 8 अगस्त को पुलिस ने कन्या देवी की 23 वर्षीय बेटी माया देवी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की। एफआईआर आईपीसी की धारा 302, 201 और राजस्थान डायन प्रताड़ना निवारण ऐक्ट, 2015 की धारा 3, 4 और 7 के तहत दर्ज की गई है।
ज्योति विकास संस्थान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की है। संस्थान के पदाधिकारी जयपुर में महिला आयोग राजस्थान, अनुसूचित जाति आयोग, राजस्थान मानवाधिकार आयोग राजस्थान ,राजस्थान की महिला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को ज्ञापन प्रस्तुत कर मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग करता है, और भविष्य में ऐसी घटनाओं की दुबारा पुनरावृति नहीं हो इसके लिए ठोस कदम उठाने की मांग करता है ।


Sunday, August 13, 2017

जिला करोल बाग कांग्रेस कमेटी द्वारा स्वंतत्रता दिवस पर उत्साहपूर्वक ध्वजारोहण समारोह मनाया गया


दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया) । जिला करोल बाग कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में रविवार 13 अगस्त 2017 को स्वंतत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर ध्वजारोहण समारोह हाथी वाले चौक, रैगर पुरा करोल बाग में उत्साहपूर्वक आयोजित किया गया । कार्यक्रम की शुरूआत में जिला कांग्रेस अध्यक्ष मदन खोरवाल और निगम पार्षद सुशीला मदन खोरवाल ने हाथी वाले चौक पर ध्वजारोहण किया और देश की महान विभूतियों के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम में उपस्थित स्वतंत्रता संग्राम सैनानी और बुजर्गो का सम्मान किया ।
निगम पार्षद सुशीला मदन खोरवाल ने कहा कि कांग्रेस का देश की आजादी में बड़ा योगदान रहा है और कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जोकि देश हित के लिए काम करती आई है और आगे भी करती रहेगी। आजादी की लड़ाई लड़ने वाले काग्रेंसी नेताओं को इस मौके पर हम उन्हें नमन करते है, और वर्तमान में पार्टी के कार्यकर्ताओं को उनके बताए रास्तों पर चलना चाहिए। इस गौरवशाली कांग्रेस के इतिहास पर सभी कांग्रेसी अपने को गौरवान्वित महसूस करते हैं ।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष मदन खोरवाल ने 71वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश को आजाद करवाने के लिए महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, पंडित जवाहर लाल नेहरु आदि का महतवपूर्ण योगदान रहा है । कांग्रेस पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जिसने सभी वर्गो को हमेशा सम्मान दिया है ।

नांगलोई मे निगम पार्षद ज्योति रछोया व चत्तर सिंह रछोया राष्ट्रीय महामंत्री महासभा की अगुआई तिरंगा यात्रा निकाली गई


दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया) । स्वतंता दिवस की 70 वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के आव्हान पर निकाली जा रही तिरंगा यात्रा कार्यक्रम के अंतर्गत निगम पार्षद ज्योति रछोया, राष्ट्रीय महासचिव चत्तर सिंह रछोया की अगुआई में वार्ड न 37 नांगलोई मे तिरंगा यात्रा निकली गई । तिरंगा यात्रा बड़ी संख्या में नेता-कार्यकर्ता शामिल हुए। यात्रा में शामिल सभी भाजपा कार्यकर्ताओ ने शहीदों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। फिर भारत माता की जय और वंदे मातरम् समेत अन्य देशभक्ति के नारों के बीच नांगलोई मे तिरंगा यात्रा निकली।

इस अवसर पर चत्तर सिंह रछोया ने कहा कि तिरंगा यात्रा से नौजवानों में देशभक्ति की भावना बढ़ेगी, साथ ही अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर उन्हें याद करने की भावना बढ़ेगी । तिरंगा यात्रा का मकसद तभी पूरा होगा जब समाज से गंदगी, भ्रष्टाचार, गरीबी, आतंकवाद, जातिवाद, सम्प्रदायवाद से मुक्त होगा और इसमें युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।

रैगर चौपाल में त्यागमूर्ति स्वामी आत्मा राम लक्ष्य जी का जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया ।



दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया) । स्वामी आत्मा राम लक्ष्य जन्मोत्सव समारोह समिति दिल्ली  के तत्वाधान में शनिवार, 12 अगस्त 2017 को त्यागमूर्ति स्वामी आत्माराम लक्ष्य जी के 110 वें जन्मदिवस पर रैगर चौपाल रतियावाली प्याउ करोल बाग में जन्मोत्सव समारोह आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम मे समाज के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व महापौर योगेंद्र कुमार चांदोलिया अध्यक्ष स्वामी आत्मा राम लक्ष्य जन्मोत्सव समारोह समिति ने की । कार्यक्रम का आरंभ, समारोह में आये सभी अतिथियों, समाज की संस्थाओं के गणमान्य व्यक्तियों ने त्यागमूर्ति स्वामी आत्माराम लक्ष्य की तस्वीर पर माल्र्यापण कर पुष्प अर्पित किये व दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। अतिथियों का सम्मान किया गया।
समारोह में अखिल भारतीय रैगर महासभा (पंजी) के उपाध्यक्ष अशोक तोणगरिया, दिल्ली प्रान्तीय रैगर मन्दिर प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष जगदीश दौतानियां, महामंत्री भागीरथ प्रसोया, मन्त्री श्रवण कुमार जलूथरिया, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण दास जाजोरिया, रैगर धर्मशाला ट्रस्ट,हरिद्वार के अध्यक्ष जसवन्तराय बारोलिया, दिल्ली प्रान्तीय रैगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष ओम प्रकाश पिंगोलिया, दिल्ली प्रान्तीय रैगर पंचायत के संरक्षक कन्हैया लाल सीवाल, उपाध्यक्ष बालकिशन सौंकरिया, महामंत्री प्रदीप चान्दोलिया, मन्त्री परमानंद जाजोरिया, श्री मौजीराम सत्संग सभा के महासचिव लाजपत राय कानखेडिया, आर्य कन्या पाठशाला के चेयरमैन देवेन्दर धूडिया, अखिल भारतीय रैगर महासभा, दिल्ली प्रदेश के महासचिव खूबराम सबलाणियाँ, उपाध्यक्ष रविन्द्र अटल, कोषाध्यक्ष मदन लाल भाखड़ीवाल, महिला प्रकोष्ठ, दिल्ली प्रदेश की उपाध्यक्ष ललिता जाजोरिया, रैगर समाज विकास समिति, रोहिणी के अध्यक्ष आनन्द कुमार सौंकरिया, रैगर जागृति मिशन के अध्यक्ष धर्मेन्द्र दोतानिया, धर्मगुरू स्वामी ज्ञानस्वरुप जी महाराज सत्संग सभा के अध्यक्ष मालाराम चान्दोलिया, अखिल भारतीय रैगर समाज धर्मशाला, रामदेवरा की संरक्षक साध्वी आनन्दी महाराज, श्री बाबा रामदेव अवतरण उत्सव समिति के अध्यक्ष रघुवीर सिंह सिंगाड़िया, श्री विष्णु मन्दिर बापा नगर के अध्यक्ष रामस्वरुप बोकोलिया, श्री शिव मन्दिर, बापानगर के अध्यक्ष नानूराम चान्दोलिया, रैगर पंचायत सुल्तानपुरी के अध्यक्ष ईश्वर लाल दोतानिया, उत्तम नगर रैगर पंचायत के अध्यक्ष यादराम गाडेगावलिया, मंगोलपुरी रैगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष रोहतास कुमार बारोलिया व महामंत्री सुभाष कुमार सक्करवाल, ओम प्रकाश पिंगोलिया व अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी अपने साथियों के साथ सम्मिलित हुये।
अध्यक्ष योगेंद्र कुमार चांदोलिया ने अपने संबोधन में कहा कि सामाजिक कार्यक्रम से लोगों को आपस में जुड़ने का मौका मिलता हैं इसमे किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए और सभी रैगरो को ऐसे कार्यक्रमों में बढचढ कर सहयोग करना चाहिए । समाज के विकास के लिए संघर्ष होना चाहिए, समाज में नहीं नवम्बर 2017 में होने वाले रैगर समाज के सम्मलेन को सफल बनाने के लिए लोगो को तन-मन और धन से सहयोग करने की अपील की l दिल्ली में होने वाला महासम्मेलन से रैगर समाज की एक मिसाल व प्रतिष्ठा कायम होगी।

कार्यक्रम मंच संचालन पृथ्वी राज डीगवाल (समिति के उपाध्यक्ष व राष्ट्रीय सचिव, अखिल भारतीय रैगर महासभा पंजीकृत) ने किया। अन्त में समिति के महासचिव आत्माराम गुसाईवाल ने सभी आगुन्तको को जलपान के लिए आमन्त्रित किया।

Friday, August 11, 2017

वाह रे पैसा , तेरे कितने नाम !!!

वाह रे पैसा , तेरे कितने नाम !!!
मंदिर मे दिया जाये तो ( चढ़ावा ) ..,
स्कुल में ( फ़ीस ) ..,
शादी में दो तो ( दहेज ) ..,
तलाक देने पर ( गुजारा भत्ता ) ..,
आप किसी को देते हो तो ( कर्ज ) ..,
अदालत में ( जुर्माना )..,.
सरकार लेती है तो ( कर ) ..,
सेवानिवृत्त होने पे ( पेंशन ) ..,
अपहर्ताओ के लिएं ( फिरौती ) ..,
होटल में सेवा के लिए ( टिप ) ..,.
बैंक से उधार लो तो ( ऋण ) ..,
श्रमिकों के लिए ( वेतन ) ..,
मातहत कर्मियों के लिए ( मजदूरी ) ..,
अवैध रूप से प्राप्त सेवा ( रिश्वत ) ..,
और मुझे दोगे तो ( 😄👌गिफ्ट

बेजुबान पत्थर पे लदे है करोंडो के गहने मंदिरो में ।

गहरी बात
बेजुबान पत्थर पे लदे है करोंडो के गहने मंदिरो में ।
उसी देहलीज पे एक रूपये को तरसते नन्हें हाथों को देखा है।
सजे थे छप्पन भोग और मेवे मूर्ती के आगे ।
बाहर एक फ़कीर को भूख से तड़प के मरते देखा है ll
लदी हुई है रेशमी चादरों से वो हरी मजार,
पर बाहर एक बूढ़ी अम्मा को ठंड से ठिठुरते देखा है।
वो दे आया एक लाख गुरद्वारे में हॉल के लिए,
घर में उसको 500 रूपये के लिए काम वाली बाई बदलते देखा है।
सुना है चढ़ा था सलीब पे कोई दुनिया का दर्द मिटाने को,
आज चर्च में बेटे की मार से बिलखते माँ बाप को देखा है।
जलाती रही जो अखन्ड ज्योति देसी घी की दिन रात पुजारन,
आज उसे प्रसव में कुपोषण के कारण मौत से लड़ते देखा है ।
जिसने नहीं दी माँ बाप को भर पेट रोटी कभी जीते जी ,
आज लगाते उसको भंडारे मरने के बाद देखा है ll
दे के समाज की दुहाई ब्याह दिया था जिस बेटी को जबरन बाप ने,
आज पिटते उसी शौहर के हाथों सरे बाजार देखा है ।
मारा गया वो पंडित बेमौत सड़क दुर्घटना में यारों ,
जिसे खुद को काल सर्प,तारे और हाथ की लकीरों का माहिर लिखते देखा है
जिस घर की एकता की देता था जमाना कभी मिसाल दोस्तों
आज उसी आँगन में खिंचती दीवार को देखा है।
गिद्ध भी कहीं चले गए लगता है
उन्होंने देख लिया कि,इंसान हमसे अच्छा नोंचता है।
कुत्ते कोमा में चले गए,ये देखकर कि
क्या मस्त तलवे चाटते हुए इंसान को देखा है ।

Tuesday, August 1, 2017

पहले “रैगर रत्न पुरस्कार” देना, बाद में “रैगर रत्न” पदक की खिलाफत करना, राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मेरी भावनाओ और मान-प्रतिष्ठा से खिलवाड़ किया है : सुनील बोकोलिया

http://www.lokhitexpress.com/?p=48450
दिल्ली, लोकहित एक्सप्रेस, (रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया) । 25 दिसम्बर 2016 को जयपुर में सार्वजानिक सभा में अखिल भारतीय रैगर महासभा ने गौरवपूर्णं और सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार रैगर रत्नसुनील कुमार बोकोलिया को राष्ट्रीय अध्यक्ष भंवर लाल नवल ने अपने करकमलो से प्रदान किया था । लेकिन सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार रैगर रत्न देने के बाद में राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा विरोध सभा आयोजन किये जाने से रुष्ट होकर सुनील कुमार बोकोलिया ने “रैगर रत्न पुरस्कार” बापिस लौटा दिया ।
अखिल भारतीय रैगर महासभा के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार को रैगर रत्नके रुप में जाना जाता है। ये सम्मान रैगर समाज के किसी भी सदस्य को लिंग और उम्र के भेदभाव के बिना उत्कृष्ट कार्यो और विशेष योग्यता के लिए प्रदान किया जाता है। रैगर रत्न”  पुरस्कार रैगर समाज का गौरवपूर्णं और सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। अखिल भारतीय रैगर महासभा के मंत्रिमंडल और कार्यकारिणी का चुनाव समाज के 2501 प्रतिनिधियों के द्वारा किया जाता है । 
25 दिसम्बर 2016 को जयपुर में सार्वजानिक सभा में मुझे अखिल भारतीय रैगर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा स्वहस्ताक्षरित रैगर रत्नप्रमाण पत्र अपने करकमलो से प्रदान किये जाने के बाद 8-1-2017 को रैगर रत्न के विरोध में सभा आयोजित कर 28-1-2017 को कार्यालय आदेश जारी करते है । ये दोनों कार्य मेरी भावनाओ और मान-प्रतिष्ठा को आघात करता है । इससे दुखी होकर मैंने रैगर रत्न बापिस लौटाने का निर्णय लिया ।
सुनील कुमार बोकोलिया ने अपने पत्र में कहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को पदक से नाराज़गी थी तो प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर क्यों किये? क्या कोई रिटायर्ड IAS अधिकारी बिना सोचे समझे हस्ताक्षर है ? पुरस्कार पर बाकी के चार पदाधिकारी भी कुछ आंकलन करके ही हस्ताक्षर किये होंगे क्या वे समाज के जिम्मेदार लोग नहीं थे ? अखिल भारतीय रैगर महासभा ने मेरा पद गलत लिखकर मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है, जिसके लिए मैंने उसी समय अवगत करा दिया था । ऐसा प्रतीत हो रहा है समाज के प्रति वफ़ादारी निभा रहे लोगो की वफादारी के साथ छेड़छाड़ शुरू हो गई है ।
इस घटनाक्रम को लेकर समाज के लोगो में अखिल भारतीय रैगर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कार्यशैली से निराश और दुखी है । एक सज्जन ने तो यहाँ तक कह दिया की आज अखिल भारतीय रैगर महासभा में जो परिस्थितियां बनी हुई, उससे समाज का विकास होना मुश्किल है । ये कविता सुना दी:-
चुनाव जितने के लिए वादे किये हैं बहुत, किन्तु पूरा करेंगे ये वादा नहीं !
जिनके कार्यो में विश्वसनीयता नहीं, उनके सहारों की हमको ज़रूरत नहीं !!
जिनके आने से समाज का विकास ना हो, उन नेताओ की हम को ज़रूरत नहीं !

हम समाज विरोधियो से समाज बचाते रहे, पर आज कर्णधारो ने छलावा किया !!