कभी नरम-कभी गरम,
कभी झगड़ा-कभी प्यार!
कभी इक़रार-कभी इन्कार,
कभी नखरे-कभी मनुहार!!
मूल से से मोह-ब्याज से प्यार,
यही तो है, जीवन का सार!!
चलता रहा अनवरत,
कभी न मानी हार!!
वक्त कितनी जल्दी गया गुज़र,
और कट गया जीवनसफर...!!!
कभी झगड़ा-कभी प्यार!
कभी इक़रार-कभी इन्कार,
कभी नखरे-कभी मनुहार!!
मूल से से मोह-ब्याज से प्यार,
यही तो है, जीवन का सार!!
चलता रहा अनवरत,
कभी न मानी हार!!
वक्त कितनी जल्दी गया गुज़र,
और कट गया जीवनसफर...!!!
कैसे बीते ये पल पता ही न चला,
मुझे जीवन से नही है कोई गिला ,
39,वीं वैवाहिक वर्षगाँठ पर आपसे ,
मोहब्बत,खुशियाँ,और दुआ चाहिए।
आप आये यहाँ पर शत शत नमन
खिल उठा आज जैसे बसंती चमन
हाथ पुष्पों की माला लिये हम
खड़े कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम,
आप आये यहाँ पर शत शत नमन
कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम,
आज धरती खुशी से हरी हो गई
रंग वाली तितलियाँ परी हो गई
पादपो की झुकी डालियों पे विहंग
बैठकर गा उठी स्वागतम स्वागतम
आप आये यहाँ पर शत -शत नमन
कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम,
नीले आकाश से फूल झरने लगे
चाँद तारे गगन में विचरने लगे
बज उठी आज आनन्द की बासुरी
स्वर निकलने लगे स्वागतम स्वागतम,
आप आये यहाँ पर शत शत नमन
कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम,
आपके आने से खुश है दोनों जहाँ
आज पुलकित हुआ है जन-जन यहाँ
सबके मन में हिलोर सी उठने लगी.
"धीर"भी गा उठा स्वागतम स्वागतम,,
आप आये यहाँ पर शत -शत नमन
कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम,
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