Sunday, July 9, 2017

अध्यक्षीय भाषण

प्रिय समाज बंधुओं /बहिनों, 
सादर नमन, 
परमपिता परमेश्वर की अनुकृपा व् आप सभी समाज बंधुओं के प्रेम व् प्यार ने अखिल भारतीय रैगर महासभा के 32 वे अध्यक्ष पद के लिए मुझे निर्वाचित किया | इसके लिए में भी समाज बंधुओं /बहिनों का हृदय से कोटि-कोटि आभार व्यक्त करता हूँ और धन्यवाद करता हूँ | अखिल भारतीय रैगर महासभा हमारे समाज की सर्वोच्च संस्था होकर सम्पूर्ण रैगर समाज को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रही है | निश्चित तौर पर इसकी जिम्मेदारियां भी उतनी ही महत्वपूर्ण है | महासभा की स्थापना सन 1943 में हुई थी | अगले वर्ष सन 2043 में संस्था अपने समाज सेवा के कार्यों को करते हुए 100 वर्ष पूरे कर लेगी | अन्य समाजों के बहुत से संगठन व् संस्थाएं भी समाज सेवा के कार्य कर रहे हैं ,लेकिन इतने लम्बे समय से एक मात्र रैगर समाज की संस्था अखिल भारतीय रैगर महासभा ही सेवा कार्य करती आ रही है | यह एक मिसाल है तथा हम सभी समाज बंधुओं के लिए बड़ी ही प्रसन्नता व् गौरव की बात है | सभी समाज बंधू मेरे भाई-बहिन है | मैं सभी को साथ लेकर संस्था को उच्च शिखर पर ले जाने का प्रयास करूँगा | मेरा समाज बंधुओं से निवेदन है कि पिछले कई महीनो से चल रहे मन-मुटाव व् आपसी मतभेद को भुला दें | संस्था की एकता व् प्रगति के लिए हम सभी को एक होकर चलना ही होगा | घर के छोटे-मोटे मन-मुटाव व् मतभेद को हम आपस में मिल-बैठ कर सुलझाने का प्रयास करें | एसा हम सभी को संकल्प लेना ही होगा | हम अपने परिवार बुजुर्गों का सम्मान करते हुए युवा पीढ़ी को अपनी भारतीय संस्कृति अपनाते हुए प्रगति की और बढ़ने का सन्देश देना होगा | हमें अपने जीवन में संकल्प लेना होगा कि हम अपने जीवंन में नकारात्मक विचारों को कदापि स्थान न दें | नकारात्मक विचारों के आवेग से ऋणात्मक ऊर्जा का अधिक संग्रह होता है | हमारी सोच व् कार्यशैली पर विपरीत प्रभाव पड़ता है | अतः हम सकारात्मक सोच रखें और उसी के अनुरूप अपनी कार्यशैली बनाएं | यदि हमने यह ऐसा पूरे मनोयोग से कर लिया तो हम अपने परिवार को ,समाज को तथा अपने देश को खुशहाल बनाने की और स्वयं का एक अच्छा कदम होगा | रैगर समाज व् महासभा का एक गौरवपूर्ण इतिहास है हमें गर्व करना चाहिए कि हमने एक ऐसे समाज में जन्म लिया है जिसने अन्य समाजों को दिशाएँ दी हैं और समुन्नत जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त किया है | आज जरुरत है महासभा के कार्यक्रमों को ओर गति प्रदान करने की तथा विकास के नए आयाम स्थापित करने की एकता व् सौहार्द्रता को आगे बढाने की | यह सब हम अपनी एकता द्वारा ही पूरा कर सकते है | मैं समाज के हित चिंतकों के साथ मिलकर पिछले सत्र से भी ज्यादा धन संग्रह करने का प्रयास इस सत्र में करूँगा | महासभा के पूर्व अध्यक्षों तथा समाज के वरिष्ठ बुजुर्गों से विचार-विमर्श कर समाज के हित में कार्य करूँगा | इस सत्र में महासभा अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया में बदलाव किया जाएगा ताकि जो खामिया इस बार अध्यक्षीय चुनाव में रही है वे पुनः न दोहराई जा सके | इसके लिए मेरा समाज बंधुओं से निवेदन है कि आप अध्यक्षीय चुनाव प्रक्रिया संशोधन के लिए अपने सुझाव भिजवायें | महासभा कार्यालय को आज की उच्चतम टेक्नोलोजी के साथ मिलकर आधुनिक रूप देने के साथ नई-नई तकनीकियों (ऑन लाइन, पूर्णतया कम्प्यूटरीकृत) को काम लेते हुए एक आदर्श संस्था को और गरिमा प्रदान करने के लिए में संकल्पबद्ध हूँ | संस्था की सेवा करते हुए मेरा प्रमुख उद्देश्य यही रहा कि में ज्यादा से ज्यादा धन संग्रह करूँ और महासभा के प्रमुख कार्यक्रम छात्रवृति तथा विधवा सहायता के लिए प्राप्त राशि को उन जरुरतमंदों तक समय पर पहुँचा सके | इसके लिए हमने अपने पिछले कार्यकाल में भी पूरा प्रयास किया और दानदाताओं के सहयोग से पूरे सत्र में समय पर सभी छात्रों को छात्रवृति तथा विधवा बहिनों को सहायता राशि पहुंचाई | इस कार्य की पुनीत भावनाओं व् इन सभी की दुआओं ने अब महासभा अध्यक्ष पद का दायित्व संभालकर मुझे जिम्मेदारी सौंपी है मेरा पूरा प्रयास रहेगा कि मैं संस्था के इस कार्यक्रम को बराबर जारी रखते हुए छात्रों व् विधवा बहिनों को समय पर राशि पहुँचाऊ और उनकी भावनाओं का सम्मान कर सकूँ | पिछले कई वर्षों से संस्था कि सेवा करते हुए मेरे मन में संस्था की ज्यादा से ज्यादा सेवा करने का एक जज्बा जागा | परमपिता परमेश्वर की अनुकम्पा से व् आप सभी समाज बंधुओं के सहयोग से यह सुअवसर मिला है | मेरा लक्ष्य मेरे इस गरिमामय पद से जुड़ा हुआ है | मेरा जज्बा तन,मन ,धन से सेवा करने का है और हर हालात में निष्पक्ष भाव से सबको साथ लेकर चलते हुए अपने लक्ष्य को पूरा करना है | मैं युवाओं व् महिलाओं को भी अधिक से अधिक संख्या में महासभा से जोड़ने का प्रयास करूँगा | में इसके लिए संकल्पबद्ध हूँ और समाज से अपेक्षा रखता हूँ कि आप सभी का सहयोग मुझे मेरे उद्देश्य को पूरा करने के लिए पूर्व कि भाँती बराबर मिलता रहेगा | सम्पूर्ण रैगर समाज से मेरा आग्रह है कि अपने कार्य व् व्यवसाय तथा पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के साथ-साथ महासभा से भी जुड़ें | रैगर समाज की जनसँख्या को देखते हुए महासभा की महासमिति तथा महासभा पत्रिका के आजीवन सदस्य बहुत कम है | अतः समाज बंधुओं से निवेदन है प्रत्येक परिवार से कम से कम एक सदस्य तो महासमिति एवं महासभा पत्रिका का सदस्य अवश्य बने | संस्था आपके जुड़े रहने से अपने आपको गौरान्वित महसूस करेगी | मैं अपने विशुद्ध ह्रदय एवं गतिशील प्रेरणादायी कार्यों के द्वारा भविष्य के सुन्दर कार्यक्रमों के बारे में गहन चिंतन कर दूरदर्शिता पूर्ण निर्णय लेकर समाज को एक नई दिशा प्रदान करने का प्रयास करूँगा | पूर्व अध्यक्षों व् समाज के वरिष्ठ लोगों से मार्गदर्शन प्राप्त करते हुए सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता हूँ | प्रयत्न करूँगा जिन पूर्वजों ने संस्था को सींचा ,में भी उसमे एक कड़ी बन सकूं | मेरी परमपिता परमेश्वर से कामना है कि मेरा रैगर समाज स्वस्थ ,संपन्न और सूखी रहे | सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयः सर्वे भद्राणि प्शयन्तुमा काश्चिद दुःख भाग्भवेत | शुभकामनाओं के साथ .

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